मेरा अधिकतर बचपन धार (Dhar) में गुजरा था। मैंने कंचे खेलने से लेकर cricket के हर shot यहीं खेलना सीखा था। हर रविवार को हम cricket खेलने के लिये सुबह 6 बजे उठ जाया करते थे और जो नहीं उठता था, उसके घर के बाहर हम ज़ोर-ज़ोर से आवाज़ लगाकर बुलाते थे। इसके कारण कई बार उस दोस्त के पापा या मम्मी से डाँट भी खानी पड़ती थी।
जब भी हम किसी दूसरे मोहल्ले की team से match रखते तो team का selection करना पड़ता था। हम ये selection शनिवार की रात को गली में cycle को stump बनाकर करते थे। हमारी team में हमें एक ताबड़तोड़ opener की ज़रूरत थी।
एक दिन जब हम ground पर खेलने गये तो एक लड़का हमें ground पर मिला। वो अकेला घूम रहा था और हर team जो वहाँ खेल रही थी, उनसे खेलने की request कर रहा था। हमें भी एक player की ज़रूरत थी, तो हमने उसे रख लिया।
जब भी हम अपनी team के अलावा किसी को खिलाते थे तो उसे सबसे आख़िर में batting देते थे। हमने उसे भी last में उतारा। पर उस दिन उसने जो batting की, उसे देखकर हम सब एक-दूसरे को देखने लगे और सोचने लगे कि – यार, ये तो हीरा हाथ लग गया।
हमें लगा जैसे हम video game खेल रहे हों—जिसमें बस वो लाल वाला button दबाते ही गेंद boundary के पार चली जाती थी। उस दिन हमने उसका नाम Jayasuriya रख दिया।
Sanath Jayasuriya: एक नया दौर शुरू करने वाला नाम
Sanath Jayasuriya श्रीलंका का ऐसा batsman था जिससे सिर्फ दूसरी team ही नहीं डरती थी, बल्कि उस team के fans भी डरते थे। हम भी उन्हीं fans में से थे।
असल में Jayasuriya की शुरुआत batsman के तौर पर नहीं हुई थी। उन्होंने 1989 में अपना पहला ODI एक bowler के रूप में खेला था। पर 1993 Hero Cup के दौरान उन्हें पहली बार opening का मौका मिला, और 1994 में पाकिस्तान के खिलाफ घरेलू series में उन्होंने खुद को opener के रूप में establish कर लिया।
1996 World Cup तक cricket का खेल एक ही तरीके से चलता था—ज़्यादातर team पहले 40 overs संभलकर खेलती थी और आख़िरी 10 overs में attack करती थी। पर इस World Cup में Sri Lanka ने cricket को attack करने का एक नया तरीका सिखाया। उन्होंने पहले 15 overs में ही धावा बोलने की strategy बनाई। Jayasuriya और Kaluwitharana की opening जोड़ी ने cricket की परिभाषा बदल दी।
Jayasuriya एक ऐसे player थे कि अगर वो सिर्फ 1 over भी खेल लेते तो लगता था—ये match हाथ से गया।

Fans का डर और हमारी यादें
कई बार तो अगले दिन test की तैयारी भी नहीं होती थी। School में हमें match देखने के लिये canteen के पीछे जाना पड़ता था। वहाँ एक दोस्त का घर था। Lunch time पर वहाँ भीड़ लग जाती थी। जैसे ही lunch time खत्म होता, class में आने वाले लड़के के चेहरे के भाव देखकर ही हम score समझ जाते थे।
1996 World Cup मेरा पहला World Cup था जो मैंने TV पर देखा। तब तक मैंने Jayasuriya को ज़्यादा खेलते हुए नहीं देखा था। अख़बारों में उनके बारे में पढ़ते थे। मोहल्ले के बड़े लड़के बताते थे कि एक वक्त वो भी Jayasuriya जैसे खेलते थे।
मुझे आज भी याद है अख़बार में एक article आया था India-Sri Lanka के semi-final से पहले, जिसमें लिखा था कि भारतीय गेंदबाज़ Jayasuriya को out करने की planning कर रहे हैं।
वैसे India के पास उस वक्त Javagal Srinath ही ऐसे bowler लगते थे जो उनके सामने टिक पाते थे। Manoj Prabhakar और Venkatesh Prasad की गेंदों को तो वो जब चाहे और जहाँ चाहे मार देते थे।
ख़ासकर Manoj Prabhakar का career तो उन्होंने practically ख़त्म कर दिया था। वो match मुझे आज भी याद है जिसमें उन्होंने Prabhakar की हर गेंद boundary के पार भेजी थी।
Eden Gardens का Semi-final
1996 के उस Kolkata (तब Calcutta) के Eden Gardens वाले semi-final में जब Jayasuriya और Kaluwitharana जल्दी out हुए, तो हम सब झूम रहे थे। Srinath ने दोनों wickets लिये थे। उस वक्त ऐसा लग रहा था कि अब तो India की final में जगह पक्की है। पर उस दिन Jayasuriya ने bat से नहीं तो ball से अपना कमाल दिखाया।
उन्होंने Sachin Tendulkar को stumping करवाया—उस moment को हम दोस्तों ने कई दिनों तक discuss किया। बाद में जो Eden Gardens में हुआ, उस पर हम ये conspiracy theories भी करते थे कि कुछ लोग India को final खेलने नहीं देना चाहते थे।
Jayasuriya का Bat और Controversy
Jayasuriya ने कई records बनाए। वो पहले batsmen में से थे जिन्हें हमने कम गेंदों में ज़्यादा runs बनाते देखा। उनके records को गली cricket में तोड़ना भी मुश्किल था।
उनके एक खास shot पर मुझे हमेशा शक होता था—leg side पर flick shot। वो इसे इतनी आसानी से खेलते थे कि हर बार लगता था, bat में कुछ तो राज़ है। बाद में पता चला कि उनके bat के पीछे carbon graphite strip लगाई जाती थी, जो bat की strength बढ़ाती थी। ये bat Kookaburra company का था और इसे Ricky Ponting व Damien Martyn जैसे players ने भी इस्तेमाल किया था।
हालांकि Jayasuriya के career में बाद में उन पर ICC की Anti-Corruption Committee ने भी charges लगाए—जांच में सहयोग न करने और सबूत मिटाने के।
मेरी Jayasuriya और Sehwag बनने की कोशिश
मैंने भी Jayasuriya की तरह खेलने की बहुत कोशिश की। एक समय ऐसा भी आया जब मैंने सोचा कि Sehwag की तरह खेलूँ। पर सच तो ये है कि Jayasuriya और Sehwag जैसे players बिरले होते हैं।
Jayasuriya: Sri Lankan Cricket का असली Legend
चाहे उनके साथ जो भी हुआ हो, Jayasuriya एक महान player हैं, जिन्होंने Sri Lankan cricket को ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
आपकी बारी
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