मेरा अधिकतर बचपन धार (Dhar) में गुजरा था। मैंने कंचे खेलने से लेकर cricket के हर shot यहीं खेलना सीखा था। हर रविवार को हम cricket खेलने के लिये सुबह 6 बजे उठ जाया करते थे और जो नहीं उठता था, उसके घर के बाहर हम ज़ोर-ज़ोर से आवाज़ लगाकर…
मेरा अधिकतर बचपन धार (Dhar) में गुजरा था। मैंने कंचे खेलने से लेकर cricket के हर shot यहीं खेलना सीखा था। हर रविवार को हम cricket खेलने के लिये सुबह 6 बजे उठ जाया करते थे और जो नहीं उठता था, उसके घर के बाहर हम ज़ोर-ज़ोर से आवाज़ लगाकर…